ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने देश भर में अस्पताल बंद करने की चेतावनी दी है, दोस्तों पूरे देश में हॉस्पिटल बंद हो सकते हैं, अस्पतालों में सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है वजह हो सकती है, आपको पता हो जो कलकत्ता में आरजे कर मेडिकल कॉलेज का केस है जिसमें जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल अभी भी 9वें दिन भी जारी है और इसी बीच एफएआईएमए की तरफ से पूरे देश में स्वास्थ्य सेवाएं हॉस्पिटल वगैरह को बंद करने की चेतावनी भी दी है।
Hospital Closed
एफएआईएमए यानी फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से आज ही ये चेतावनी दी गई है क्योंकि आपको पता होगा पिछले कुछ दिनों से जो भूख हड़ताल कर रहे हैं, कई डॉक्टरों की तो हालत भी बिगड़ गई कई गंभीर है कुछ तो बेहोश हो गए उसके बाद ऑक्सीजन भी लगाई गई इस बीच आईएमए यानी कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी यह लिखा कि डॉक्टरों की मांगों पर फौरन एक्शन लिया जाए और अभी इस मामले में 200 से भी ज्यादा डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफा भी दे दिया। हालांकि बंगाल सरकार ने डॉक्टरों के इस इस्तीफे को कहा कि ये तो गैरकानूनी है, अभी 10 से ज्यादा डॉक्टर भूख हड़ताल पर चल रहे हैं और डॉक्टरों के ममता सरकार से ये टोटल नौ मांगे हैं मैंने आपको बताया भी था।
डाक्टरो की 9 मांगे
ये 9 मांगे हैं मुख्य तौर से अस्पतालों की सुरक्षा डॉक्टर नर्सों वगैरह की सुरक्षा और खाली पदों को भरने समेत इन नौ मांगों को पूरा करने के चलते डॉक्टर हड़ताल पर है और अभी भी उस ट्रेनी डॉक्टर को भी इंसाफ नहीं मिला तो उसकी भी ये प्रमुख मांग है इस बीच अब देखिए फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन यानी कि एफएआईएमए ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों को कोई नुकसान पहुंचाया जाता है तो वे देश भर में चिकित्सा सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर देंगे ये डॉक्टरों की भूख हड़ताल 5 अक्टूबर से शुरू हुई थी जो दो चरणों में लगभग 50 दिनों के काम बंद करने के बाद बात शुरू हुई।
भारतीय चिकित्सा संघ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आईएमए ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से स्थिति बिगड़ने से पहले इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह भी किया वहीं इधर निजी अस्पतालों के डॉक्टर्स ने आंदोलन रत जूनियर डॉक्टरों के साथ एक जुड़ता दिखाते हुए पश्चिम बंगाल में 14 अक्टूबर से 48 घंटों के लिए आंशिक रूप से काम बंद करने का आह्वान भी किया यानी 14 अक्टूबर को तो पूरे बंगाल में हॉस्पिटल में सेवाएं प्रभावित रह सकती हैं और अगर डॉक्टरों के साथ कुछ अनहोनी होती है, कुछ नुकसान पहुंचाया जाता है तो फिर देश भर में हॉस्पिटलों में हड़ताल हो जाएगी।
देशभर मे चिकित्सा सेवाए बंद हो सकती है
देश भर में चिकित्सा सेवाओं को पूरी तरह से बंद करने की चेतावनी दी है बाकायदा एफएआईएमए की तरफ से तो अब हम सभी उम्मीद यही करते हैं कि जल्द से जल्द बंगाल सरकार डॉक्टरों की मांगे माने और उनकी मांगों को पूरा करके इस हड़ताल को खत्म करें वरना देश भर में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा सकती है देखते हैं बंगाल की ममता बनर्जी सरकार इस मामले पर क्या फैसला लेती है जो भी अपडेट आएगा दोस्तों मैं आपको बता दूंगा।