PAN Card Big Alert : पैन कार्ड वर्तमान समय मे बहुत ही जरुरी दस्तावेज मे से एक है, ऐसे मे बडी संख्या मे इन दिनो पैन कार्ड वालो को एक बहुत ही बडे अलर्ट के बारे मे नही पता होगा अगर आपके पास भी भारत सरकार द्वारा जारी यह पैन कार्ड है, तो आपको इस पूरी खबर को ध्यान देना अत्यन्त आवश्यक है, क्योकी जारी सूचना के अनुसार इसमे जरुरी बिन्दुओ और आपको परेशानी न हो इसके लिए पहले से एक खबर को ध्यान देना जरुरी है।
Pan Card Big Alert
पैन यानी परमानेंट अकाउंट नंबर देश के करोड़ों लोगों के पास आज है आपके हर बड़े लेनदेन का ब्यौरा पैन के माध्यम से दर्ज होता है और सरकार के पास इसकी जानकारी पहुंचती है पैसों के लेनदेन से लेकर इनकम टैक्स और इन्वेस्टमेंट से जुड़ा अब शायद ही कोई ऐसा काम होगा जिसमें पेन का इस्तेमाल ना होता हो यहां तक कि पासपोर्ट भी बनवाना हो तो भी पेन लगता है इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह नंबर कितना अहम है, अब जरा सोचिए कि अगर पैन के जरिए स्कैम होने लगे तो सोचिए अगर किसी और ने कोई बड़ा लेनदेन किया हो और यह लेनदेन आपके पैन में दर्ज हो जाए और इसके जरिए आप करोड़ों का टैक्स देनदारी में आ जाए तो क्या करेंगे यानी यह सवाल पैदा हो रहा है।
पैन कार्ड यूजर्स ध्यान दें
देश में एक बड़े पैन स्कैम का खुलासा होता दिख रहा है टीआई के एक रिपोर्ट में इसी बड़े पैन स्कैम का जिक्र किया गया है देश के कई हिस्सों में इस स्कैम से जुड़ी खबरें पहले भी बहुत सी बडी खबरे आ चुकी हैं, रिपोर्ट्स के मुताबिक मुंबई के एक सीनियर सिटीजन ने अपने पैन के मिसयूज का मामला इनकम टैक्स आईटी एक्ट के तहत दर्ज कराया।
एक टैक्स ऑफिसर ने दावा किया कि इस उम्र दराज महिला ने 2010 में अपनी एक प्रॉपर्टी 1.3 करोड़ में बेची थी इस कमाई को इस महिला की इनकम में जोड़ दिया गया और फिर क्या था महिला के पास टैक्स भरने के नोटिस आने लगे ज्यादा पढ़ी लिखी ना होने और कैंसर पीड़ित होने के चलते महिला आईटी नोटिस का जवाब नहीं दे पाई हाल में हुई एक आईटी एटी सुनवाई में इनके काउंसिल ने तर्क दिया है कि प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में उनके पैन का मिसयूज हुआ है।
पैन कार्ड यूजर्स ध्यान दें
पैन के ब्यूरे खुलेआम साझा किए जा रहे हैं रिपोर्ट के मुताबिक सीबीडीटी ने कहा है कि लोगों को अपने पैन नंबर और दूसरी पैन से जुड़ी जानकारी किसी के साथ तब तक साझा नहीं करनी चाहिए जब तक कि ऐसा करना सरकारी गाइडलाइंस के जरिए जरूरी नही किया गया हो मौजूदा वक्त में देश में 7 करोड़ से ज्यादा पैन है इसे आधार के साथ लिंक किया जा रहा है ताकि पेन के मिसयूज को रोका जा सके।
साइबर फ्रॉड और फाइनेंशियल फ्रॉड में जिस तरह के सोफिस्टिकेटेड तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है उसे गैर पढ़े-लिखे लोगों से लेकर पढ़े-लिखे लोगों तक हर कोई इनका शिकार बनता दिख रहा है पैन से भी स्कैम और फ्रॉड हो सकते हैं।