उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती की दोबारा परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है, ऐसे मे बडी संख्या मे युवाओ को इस नई भर्ती का बहुत ही बेसब्री से इंतजार था पर आयोजित की जाने वाली परीक्षा के लिए कुल 60,000 सिपाहियो को भर्ती होनी है, जिसके लिए लाखो की संख्या मे आवेदन प्राप्त हुए है, ऐसे मे इस परीक्षा के लिए नया कानून भी लागू किया गया है, जिसके अन्तर्गत ही परीक्षा का आयोजन किया जाएगा इसलिए इन नए कानून को भी जरुरी ध्यान देना चाहिए आपको।
UP Police Exam
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा मे पिछली भर्ती परीक्षा मे सेधमारी करके परीक्षा को निरस्त करवा दिया गया था जिसके बाद नई परीक्षा तिथि घोषित की गई है, जिसमे परीक्षा का आयोजन 23, 24, 25 अगस्त एवं 30, 31 अगस्त को आयोजित की जाएगी। ऐसी स्थिति मे प्रत्येक दिन परीक्षा दो पालियो मे होगी, जिसमे कुल 5 लाख अभ्यार्थी शामिल होगे, जबकी इस परीक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने अभ्यर्थी के लिए बस सेवा निशुल्क कर दी गई है।
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए नया कानून
यूपी पुलिस दोबारा परीक्षा के लिए 19 जून को नोटिस जारि हुआ था जिसमे केंद्रो का चयन, सत्यापन, पेपर लीक, साल्वर, नकल आदि को रोके जाने के लिए भी दो शब्द लिखे गए थे जिसमे ऊपरोक्त प्रकार से पेपर के साथ पाए गए व्यक्ति के खिलाफ नए कानून के तहत कार्यवाही होगी। नीचे कुछ निम्न प्रकार के साजिश पर एक्शन लिया जाएगा। अनुचित साधनों, जैसे प्रश्नपत्र लीक होना, उत्तर पुस्तिकाओं से छेड़छाड़ पर अध्यादेश 1 जुलाई को जारी किया गया है।
- 1 करोड रुपये जुर्माना
- आजीवन कारावास
यूपी पुलिस दोबारा परीक्षा के आकडे
पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए दोबार जारी होने वाले आकंडो की बात करे तो 1161 परीक्षा केंद्रो का चयन कर लिया गया है, जिसमे जिला मुख्या की 10 किमी की परिधि के भीतर बनाया गया है, जारी शासनादेश के मुताबिक डीएम की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा परीक्षा केंद्रों का चयन किया गया है। इस बार अधिकतर परीक्षा केंद्र राजकीय विद्यालय, राजकीय डिग्री कॉलेज, विश्वविद्यालय, पॉलीटेक्निक, इंजीनियरिंग कॉलेज और मेडिकल कॉलेज में से चयन किया गया है।
पेपर के लिए 4 एजेसी लगेगी
उपलब्ध पेपर मे 4 प्रकार की एजेंसी द्वारा कार्य किया जाएगा जिसमे प्रथम एजेंसी का कार्य पेपर को भेजने का होगा जिसके बाद दुसरी एजेंसी का कार्य पेपर को विभाग से लेकर परीक्षा केंद्र तक पहुचाने का होगा, फिर तीसरी एजेंसी का कार्य सिक्योरिटी, बायोमैट्रिक कैप्चर, सीसीटीवी कंट्रोल रुप आदी परी होगा, फिर चौथी एजेंसी का कार्य ओएमआर शीट की स्कैनिग पर होगा।