मोबाइल फोन से कैंसर पर वैज्ञानिकों की रिसर्च में WHO ने 5 बड़े खुलासे किये हर व्यक्ति जरूर जान ले आपको पता होगा हमारे समाज में सोसाइटी में कई लोग यह मानते हैं और कहते भी हैं कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल मत किया करो यार इससे कैंसर हो सकता है 3G, 4G, 5G, 6G इंटरनेट वगैरह इनसे भी कैंसर का खतरा रहता है हमारे शरीर में बॉडी में लेकिन आपकी सेहत को लेकर ओ की तरफ से एक नई रिसर्च सामने आई है जो कि हो सकता है आपको खुश कर दे क्योंकि लोगों का यह भ्रम डर दूर कर दिया है हाल ही के वैज्ञानिकों के रिसर्च में।
Mobile Tower WHO Report
यह पता चला दोस्तों कि मोबाइल फोन से कैंसर नहीं होता है लेकिन एक सबसे बड़ा सवाल कि क्या मोबाइल फोन एकदम से सुरक्षित है आखिर डॉक्टर और एक्सपर्ट की इस पर क्या सलाह है कहीं ऐसा तो नहीं कि रिसर्च आ गई की कैंसर नहीं होता चलो फोन चलाओ फोन चलाओ फोन चलाओ दबा के दिन रात फोन चलाते रहो कई लोगों की आदत होती है फोन के चिपके रहते हैं खाना खा रहे हो, बाथरूम में हो, कहीं कुछ कर रहे हो ट्रेवल कर रहे हो, फ्री बैठे हो, हर मिनट फोन निकाला उंगली करने लग गए हैं मतलब फोन की स्क्रीन पर तो इसके काफी सारे नुकसान भी हैं।
मोबाइल टावर के लिए रिसर्च रिपोर्ट
रिव्यू रिपोर्ट में मोबाइल फोन और कैंसर के संबंध को जानने के लिए पूरी दुनिया में हुई कई स्टडीज का रिव्यू किया गया और देखिए ये रिपोर्ट में चार पॉइंट सामने निकल कर आए नंबर वन मोबाइल फोन चलाने से ब्रेन कैंसर नहीं होता है। नंबर दो मोबाइल फोन के इस्तेमाल से सिर, गले या बॉडी में कहीं भी कोई भी कैंसर का खतरा नहीं होता है, नंबर तीन कैंसर का मोबाइल फोन से डायरेक्ट कोई कनेक्शन नही है। नंबर चार अगर पहले से किसी को कैंसर या ट्यूमर है तो इस पर भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से कोई फर्क नहीं पड़ता है।
वैज्ञानिक रिसर्च का दावा
इस रिसर्च में पूरी दुनिया के कुल तकरीबन 5000 से भी ज्यादा वैज्ञानिकों की स्टडीज को शामिल किया गया 1994 से लेकर 2022 के बीच पब्लिश हुई यह सभी स्टडी पर रिव्यू करने के बाद वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे कि मोबाइल फोन चलाने से किसी भी तरह का कैंसर या ट्यूमर नहीं होता है।
मोबाइल फोन से समस्याए
मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल से नुकसान क्या-क्या हो सकते हैं नींद प्रभावित होती है हमारी आंखों पर जोर पड़ता है जिससे हमारी आंखों की रोशनी कमजोर होती है तो नजर कम होती है, दिखने में दिक्कत आती है फिर भविष्य में आपको चश्मा लगाना पड़ सकता है ज्यादा मोबाइल फोन चलाने से स्ट्रेस लेवल बढ़ता है हमारा तनाव बढ़ता है ये खुद साइंस की रिसर्च में प्रूवन फैक्ट है इसके अलावा भी मोबाइल फोन से हमारी किसी भी तरह की लत और डिपेंडेंसी बढ़ती है, अटेंशन स्पेन कम होता है क्योंकि आजकल जो से रील्स और सॉर्ट्स वीडियो में 30-30 सेकंड 20-20 सेकंड की चीजें होती हैं हम स्वाइप करते रहते हैं इससे हमारा दिमाग का जो अटेंशन स्पेन होता है ना वो कम होता है पेशेंस लेवल घटता है, धैर्य की कमी होती है, इंसान में ज्यादा मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से और खास करके बच्चों में तो इसके बहुत गंभीर दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास भी प्रभावित होता है।