Raksha Bandhan Timing : रक्षाबंधन का त्योहार कल मनाया जाएगा ऐसे मे बहुत से लोगो को रक्षाबंधन बनाने का शुभ मुहर्त के बारे मे नही पता होगा तो उनके लिए यह बहुत ही जरुरी जानकारी हो सकती है, क्योकी इस रक्षाबंधन पर रहेगा भद्रा का साया रहेगा जिससे एक उचित समय और शुभ मुहुर्त को ध्यान मे रखकर राखी बांधना ही शुभ माना जाएगा ऐसे मे नीचे हमने बहुत से रक्षाबंधन को लेकर कंफ्यूजन को क्लियर कर लिया था आइए जानते है, इस बारे मे विस्तार से।
Raksha Bandhan Timing
रक्षाबंधन का त्यौहार कब है इस बार मतलब 18 या 19 अगस्त को कंफ्यूजन बन रहा था तो यह तो आपको पता चल गया होगा कि इस बार रक्षाबंधन 19 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा लेकिन रक्षाबंधन पर कब से कब तक रहेगा भद्रा का साया क्योंकि इस बार बहुत ही निराली है भद्रा की माया और यह बात सभी लोगों के लिए जानना इसलिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण है क्योंकि भद्रा काल के समय कभी भी राखी नहीं बांधनी चाहिए।
ऐसे में दोस्तों जो हमारे देश के महान ज्योतिष विद है ज्योतिषाचार्य उन्होंने राखी बांधने का शुभ मुहूर्त भी बताया और कब रहेगा भद्रा का साया तो आइए जान लेते हैं सबसे पहले यह समझिए कि भद्रा काल के दौरान राखी क्यों नहीं बांधनी चाहिए तो इसके पीछे हमारे धर्म ग्रंथों में इतिहास में बहुत सी बातें हैं।
रक्षाबंधन मे भद्रा का साया
पहले तो यह कि पुराणों के अनुसार भद्रा न्याय के देवता शनिदेव की बहन यानी सूर्यदेव की पुत्री हैं और ऐसा कहा जाता है कि भद्रा का स्वभाव भी शनि की तरह क्रोधित है तो भद्रा के स्वभाव को काबू करने के लिए भगवान ब्रह्मा ने उनके पंचांग के एक प्रमुख अंग विष्टि करण में स्थान दिया था यही वजह है दोस्तों कि भद्राकाल के दौरान शुभ और मांगलिक कार्य करना वर्जित है।
हालांकि भद्राकाल के समापन के बाद शुभ कार्य किए जा सकते हैं इसीलिए भद्रा काल के दौरान राखी भी नहीं बांधनी चाहिए और दोस्तों हमारे धर्म ग्रंथ पुराणों में एक और बात यह भी है कि भद्रा के समय ही रावण की बहन सरपका ने अपने भाई रावण के हाथ पर राखी बांधी थी और उसके बाद आपको पता होगा क्या हुआ भगवान श्री राम ने और हनुमान जी ने मिलकर रावण की लंका लगा दी पूरी लंका नगरी को तहस नहस कर दिया और रावण का भी वध हो गया।
रक्षाबंधन का शुभ मुहुर्त
इस बार 19 अगस्त को भद्राकाल का तो ज्योतिषाचार्य पंडित वेद प्रकाश मिश्रा ने बात की जानकारी दी बताए कि इस बार रक्षाबंधन का पर्व सोमवार 19 अगस्त के दिन पड़ रहा है लेकिन श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 18 अगस्त 2024 को रात 2 बजकर : 2 मिनट से ही भद्रा शुरू हो जाएगी वैसे हिंदी तिथि के हिसाब से देखा जाए तो रक्षाबंधन का त्यौहार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
19 अगस्त सोमवार को दोपहर में 1 बजकर : 30 मिनट पर समापन होगा यानी पूर्णिमा काल की शुरुआत के साथ ही सुबह-सुबह पूरा समय भद्रा का माहौल रहेगा तो भद्रा में तो राखी बांध नहीं सकते हैं। तो दोस्तों दोपहर 1:30 पर रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त शुरू होगा भद्रा काल के समापन के साथ ही यानी दोपहर 1:30 बजे आप मान लो तो 1:30 बजे बाद ही यानी भद्रा के बाद ही बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधे काशी के विद्वान पंडित कर्मकांड परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य अशोक द्विवेदी ने भी बताया।