Weather Bad NEWS : चिंताजनक आज एक बड़ी चौकाने वाली रिपोर्ट सामने आई देखिए हमारे देश में पिछले 9 महीनों में एक्सट्रीम वेदर की वजह से 3238 लोगों की जानें गई हैं यह तो सिर्फ गवर्नमेंट का ऑफिशियल रिकॉर्डेड डाटा है और भी इससे ज्यादा या डबल भी हो सकता डाटा आखिर इन सबके पीछे बड़ी वजह क्या है, मध्य प्रदेश में जानलेवा मौसम के दिन सबसे ज्यादा रहे यूपी और राजस्थान में किसानों की फसलें भी सुरक्षित नहीं रही चलिए मौसम के कुछ हालातों को समझने की कोशिश करते हैं दोस्तों इस साल के शुरुआती 9 महीनों के 274 दिनों में से 255 दिन देश में कहीं ना कहीं एक्सट्रीम वेदर कंडीशन रही है।
Weather Bad NEWS
एक्सट्रीम वेदर कंडीशन का मतलब समझ रहे हो खराब मौसम अब यह किसी भी तरह का हो सकता है जैसे तेज गर्मी पड़ रही, लू चल रही, ज्यादा ठंड पड़ रही, सीत लहर चल रही या बिजलियां कड़क रही तेज आधी तूफान आ रहे हैं, एक्सट्रीम वेदर कहीं सूखा पड़ गया तो कहीं भयंकर बाढ़ आ गई तो इन हालातों की वजह से हमारे देश में इसी साल 3238 लोगों की जाने गई हैं, इस पूरे साल भी नहीं बल्कि बीते 9 महीनों में ही और 32 लाख हेक्टेयर फसल किसानों की बर्बाद हुई लगभग 5 लाख घर भी टूट गए हैं पिछले साल भी इसी दौरान 235 एक्सट्रीम वेदर घटनाओं में से 223 और 2022 में 241 एक्सट्रीम वेदर घटनाओं में 2755 लोगों की जाने गई थी।
Climate Change Report
अब इन पिछले कुछ सालों के डाटा को देखकर आपको लग रहा होगा कि दिनों दिन यह डाटा यह आंकड़ा बढ़ता जा रहा है मतलब हमारे देश में एक्सट्रीम वेदर की कंडीशन और ज्यादा गंभीर होती जा रही है, भले ही देखने में यूं लगे कि ये कोई ज्यादा बड़ा चिंतनीय मुद्दा नहीं है लेकिन असल में देखा जाए दोस्तों तो जब बिहार यूपी वगैरह इन राज्यों में बाढ़ आती है तो कितनी भयंकर आती है। लाखों लोगों के घर बिगड़ जाते हैं तबाह हो जाते हैं और इस साल सबसे ज्यादा 176 एक्सट्रीम वेदर की घटनाएं मध्य प्रदेश में दर्ज हुई और सबसे ज्यादा मौतों के आंकड़ों की बात करें तो मौसमी घटनाओं में सबसे ज्यादा 550 लोगों की जान केरल में गई।
आंध्र प्रदेश में सर्वाधिक 8500 घर टूटे महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा किसानों की फसलें बर्बाद हुई जो कि देश भर में फसलों को हुए नुकसान का 60 प्रतिशत नुकसान तो सिर्फ महाराष्ट्र के किसानों का हुआ यह आंकड़े सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट सीएसई की स्टेट ऑफ एक्सट्रीम वेदर इन इंडिया 2024 की रिपोर्ट में सामने आए हैं जानलेवा मौसम में केरल में सबसे ज्यादा मौतें हुई।