तेल, प्याज, आटा, गेहूं, चावल पर सरकार के 5 बड़े फैसले तेल, प्याज, आटा, गेहूं, चावल वगैरह इन चीजों को लेकर सरकार की तरफ से पांच बड़े फैसले लिए गए हैं कुछ आम आदमी को महंगाई से राहत देने के लिए मोदी सरकार के द्वारा ये फैसले हैं और कुछ किसान भाई लोगों के लिए भी फायदेमंद खबरें हैं तो आइए देखते हैं एक-एक करके सरकार के सभी फैसले।
Price Change
पहला तो देखिए आप इंपोर्ट टैक्स को लेकर सरकार ने तेल पर फैसला लिया इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी है और इस तरह से सरकार ने एक तीर से तीन निशाने साधे हैं अब एक तो लोगों को इससे दिवाली पर महंगा तेल मिलने वाला है, जानकारों का यह मानना है कि जब खुले बाजार में किसानों को सोयाबीन का दाम समर्थन मूल्य से ज्यादा मिलेगा तो किसान खुद ही समर्थन मूल्य पर सरकार को बेचने में रुचि नहीं लेंगे वे खुले में बाजार में ज्यादा रेट में बेचेंगे।
क्योंकि हाल ही में आपको पता होगा सोयाबीन में एमएसपी वगैरह को लेकर भी काफी कंट्रोवर्सी चल रही है किसानों के बीच तो ऐसे में अब आयात शुल्क बढ़ने से सरकार किसान खुश है आम आदमी परेशान होगा क्योंकि दोस्तों केंद्र सरकार ने क्रूड और रिफाइंड सूरजमुखी तेल के लिए कस्टम ड्यूटी यानी कि आयात शुल्क को बढ़ाने का ऐलान कर दिया है सरकार की तरफ से इन सभी तेल पर कस्टम ड्यूटी को जीरो से बढ़ाकर सीधा 20% कर दिया।
सरकार के बडे फैसले
जबकि जो रिफाइंड सोयाबीन ऑयल पाम ऑयल और सनफ्लावर ऑयल है इस पर भी पहले 12.5% थी इंपोर्ट ड्यूटी उसको बढ़ाकर 32.5% कर दिया यानी देखा जाए तो आयात शुल्क बढ़ाकर सरकार ने एक तीर से तीन निशाने साधे हैं लेकिन एटलीस्ट आम आदमी को तो महंगाई की मार पड़ने वाली है सरकार के इस फैसले से जबकि सरकार और किसान दोनों खुश हैं क्योंकि उनकी आमदनी जरूर बढ़ेगी।
सरकार के अन्य फैसले
सरकार ने प्याज के एक्सपोर्ट पर भी एक बड़ा फैसला लिया जिससे भी किसानों को फायदा होने वाला है दरअसल एक तो केंद्र सरकार ने प्याज एक्सपोर्ट के लिए तय की गई मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस यानी कि एमईपी को हटा दिया पहले इसके लिए $50 प्रति टन एमईपी तई थी मतलब इससे कम रेट पर किसान भाई लोग प्याज को एक्सपोर्ट नहीं कर सकते थे अभी आजकल पता होगा आपको हमारे भारत में भी प्याज कीमतें कई जगहों पर 80 रुपये प्रति किलो के पार चली गई है इस बीच अब सरकार ने य फैसला लिया प्याज निर्यात को लेकर तो इससे किसानों को प्याज निर्यात एक्सपोर्ट करने में और आसानी होगी क्योंकि।
गेहू के स्टाक पर केंद्र का फैसला
अब प्राइस लिमिट नहीं रही और दोस्तों प्याज के साथ-साथ अब सरकार की तरफ से गेहूं के स्टॉक पर भी केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है आटे की महंगाई पर रोक लगाने के लिए प्याज निर्यात और गेहूं के स्टॉक से जुड़े ये दो बड़े फैसले देखिए आप एक तो गेहूं की स्टॉक सीमा तई कर दी है सरकार ने यानी कि स्टॉक लिमिट लगा और ये कितनी लगाई गई देख सकते हैं आप डिटेल अब व्यापारी अपने स्टॉक में 3000 मेट्रिक टन के मुकाबले केवल 2000 मेट्रिक टन ही गेहूं रख सकते हैं।